जन्मदिन पर विशेष: जानिए AICYA राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित राजन चन्द्रवंशी से जुड़ी ये दिलचस्प बातें!
ख़्वाब तो हम सभी देखते हैं, लेकिन उन्हें शिद्दत के साथ पूरा करने का जज़्बा कम ही लोग दिखा पाते हैं।
इस भागमभाग, एकल और व्यवसायिक होती दुनिया में समय निकालकर खुद को समाज के प्रति समर्पित कर देना और बेपरवाह होकर स़िर्फ अपने लक्ष्य पर नज़र बनाए रखने में भी हर कोई माहिर नहीं होता।
विभिन्न विचारधारा को एक साथ लेकर चलने की कला भी सभी में नहीं होती, दूसरे के दुख को अपना मानकर हरसंभव मदद का प्रयास करना… ऐसी तमाम ख़ूबियों वाले असाधारण व्यक्तित्व के धनी हैं अमित राजन चन्द्रवंशी।
आज 15 फरवरी को ऑल इंडिया चन्द्रवंशी युवा एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित राजन चन्द्रवंशी का जन्मदिवस है।
आइए इस दिवस पर इनसे जुड़ी कुछ रोचक तथ्यों को जानते हैं-
• बिहार के जहानाबाद जिला में जन्म व शिक्षा प्राप्त हुआ।
• जुडो व कराटा के प्रशिक्षक के रूप में इन्होंने जहानाबाद के कई विद्यालयों में वर्षों तक छात्र-छात्राओं को आत्मारक्षा की शिक्षा दी।
• प्रभात खबर व अन्य में कम्प्यूटर ऑपरेटर के रूप में योगदान दिये।
• बिहार के सैनिक स्कूल नालंदा (Ministry of Defence) में बतौर क्लर्क के रूप में लगभग दो वर्षों तक अपनी सेवा दी।
• वर्तमान में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में लोको पायलट के रूप में पदास्थापित होकर देश की सेवा में कार्यरत हैं।
• इनकी काव्य पुस्तक “मुट्ठी भर सावन” को सन् 2016 में रेलवे बोर्ड द्वारा राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त सम्मान से दिल्ली में पुरस्कृत किया गया।
• एक लेखक के रूप कई स्थानों पर इन्हें सम्मानित किया जा चुका है।
• रेलवे यूनियन में भी पदाधिकारी के तौर पर सेवा देते हुए आंदोलन, हडताल में भाग लेते रहें हैं।
• समाजसेवी के रूप में वे समाज को एकजुट और सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
समाज के वरिष्ठ समाजसेवी व भूतपूर्व वायुसैनिक जयंत कुमार कहते हैं कि अमित राजन को मैं पिछले 5-6 वर्षों से जान रहा हूँ।
हमलोग आजतक कभी मिल न सकें लेकिन व्यावहारिकता के कारण हमदोनों काफी घनिष्ठ हैं। वे बताते हैं कि अमित एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी एवं समाज व देश के प्रतिबद्ध इंसान हैं।
जिनकी सामाजिक सोच-समझ, जज्बा, तन-मन-धन से समाज के जरुरतमंदों की मदद करने एवं किसी अन्य माध्यम से भी मदद पहुंचाने का अनवरत प्रयास इनकी व्यक्तित्व को हमेशा निखारता रहा है और समाज के हर व्यक्ति के लिए प्रेरणास्रोत बनाता है।
अमित राजन के जन्मदिन पर देश के कई हिस्सों में कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें पदाधिकारियों द्वारा गरीब बच्चों को काॅपी-कलम वगैरह देकर शिक्षा के लिए प्रेरित करने का कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
अमित राजन के बारे में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष विजय सिंह कश्यप बताते हैं कि हमदोनों की मुलाकात 2013 में हुई और जब हमलोग समाज से जुड़े तो पाया कि समाज बिल्कुल उलझा हुआ है।
चन्द्रवंशी समाज न तो अपने अराध्य देव के नाम पर एक है, न अपने टाइटल, न नेता और न ही समाज के मुख्य लोगों की जयंती पर। नतीजतन समाज में प्रतिभावान युवा और बुद्धिजीवियों के रहते हुए भी एकजुटता का अभाव है।
समाज के धरोहरों के विकास एवं गरीब/पीड़ित परिवार की सुध लेने वाला तक कोई नहीं है। एक समय तक उन्होंने समाज को देखा और किसी नेतृत्वकर्ता के आने का इंतजार किया लेकिन जो भी सामने दिखा वो समाज का राजनीतिकरण ही करते ही नजर आएं और अच्छे नेतृत्वकर्ता लोगों से ऊबकर खुद को दरकिनार कर लिया, जिससे समाज विश्वास खोता गया।
समाज में निरंतर हो रहे घटनाक्रमों को देखकर एवं अंतरात्मा की आवाज महसूस करते हुए अमित राजन अपने आपको समाज का नेतृत्व करने से नहीं रोक पाए।
साथ ही AICYA के वर्तमान राष्ट्रीय पदाधिकारी-सलाहकार का सहयोग-जज्बा और सभी स्तर के समाजसेवी-पदाधिकारियों का साथ मिलता रहा और AICYA का उद्गम हुआ। बहुत कम समय में समाज के हर वर्ग का प्यार पाता हुआ और उनके विश्वास पर खरा उतरता AICYA आज आपके बीच है।
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