सिद्धार्थ कम्पैशन ने स्वच्छ भारत बनाने को लेकर महिलाओं के लिए बनाया शौचालय, महिला शौचालय के 20 जगहों को किया गया चिन्हित।
गया – बोधगया प्रखंड के कई गांव क्षेत्र ऐसे है, जहां कि महिलाएं मजबुरी बस आज भी खुले में शौच जाने को मजबूर है।
लोक लाज के कारण महिलाएं शाम ढ़लने के बाद या सुबह की किरण निकलने के पहले ही शौच को जाती है। इस दौरान कई घटनाए इनके साथ घट जाती है।
कही किड़े व सांप के काटने के कारण मौत तो कहीं रात के अंधेरे में कोई बूरे घटना का शिकार तक होती रहती है।
महिलाओं का खुद का शौचालय हो और उनकों शौच के लिए अंधेरा का इंतजार न करना पड़े। कुछ ऐसा ही सोच के साथ बोधगया में संचालित सिद्धार्थ कम्पैशन ट्र्स के चेयरमैन विवके कुमार कल्याण ने काम करना शुरु किया है।
जिसमें मलेशिया के दानदाता वोन्ग केक सोंगऔर कृस्टल लॉ के द्वारा सहयोग किया जा रहा है। इसके लिए विवके ने टिकबिघा, उरैल, कोशला, हथियार, नीमा, बासढ़ी, भोलबीघा, मोचारिम सहित बोधगया के आस पास के ग्रामीण क्षेत्र को चिन्हित किया है।
जहां ग्रामीण परिवेश में रहने वाली महिलाओं के लिए उनका खुद का शौचालय हो। जिसका शुरुआत टिका बिगहा में महिलाओं के लिए दो शौचालय का निर्माण कर किया गया है।
जिसका उद्घाटन सोमवार को गया के सांसद विजय कुमार मांझी व नगर परिषद के ईओ कुमार ऋत्विक के द्वारा फीता काटकर किया गया।
उसके पहले अतिथियों का स्वागत माला पहनाकर किया गया। इस मौके पर संस्था के सदस्य विकास कुमार, ववन सिंह चन्द्रवंशी, मुरारी सिंह चन्द्वंशी, पप्पू सिंह, अमर कुमार, विजय पांडे, विनय प्रसाद, पवन कुमार किंकर और अनेक ग्रमीण मौजुद रहे।