छठ महापर्व आज से शुरु, छठ पर्व में प्रयोग होनेवाली आवश्यक सामग्री
संवाददाता – शिवाजी राव
पुर्णिया – लोक आस्था का महापर्व नहाय खाय के साथ छठ आज से शुरु हो गया है। पूरे साफ-सफाई और नियम व निष्ठा का महापर्व छठ को बड़े ही धूमधाम से मनाये जाने की परंपरा काफी पुरानी है।
चार दिवसीय महापर्व को लेकर जिले भर में उल्लास व उत्साह का माहौल है। इसको लेकर बाजारों में भी रौनक छाई है।
पर्व को लेकर सबसे अधिक भीड़ कपड़ों की दुकानों पर हो रही है। इसमें रेडीमेड की दुकानों व माल आदि में लोगों का रेला लगा है।
छठ पर्व पर फलों की सबसे अधिक बिक्री होती है। इसके लिए दुकानें भी सज गई हैं। मंडी में बाहर से फलों की खेप आनी शुरू हो गई है।
छठ महापर्व को लेकर शहर के विभिन्न घाटों की साफ-सफाई करते लोगों को देखा जा रहा है। जिसमें पक्की तालाब, पूर्णिया सिटी, कलाभवन तालाब, चुनापुर घाट, छठ पोखर, बायपास स्थित घाट सहित दर्जनों घाट शामिल है।
जहां प्रतिवर्ष छठ का त्योहार मनाया जाता है।वहीं प्रशासन की ओर से भी विभिन्न घाटों का मुआयना किया जा रहा है एवं विभिन्न घाटों पर गोताखोर की मौजूदगी की बात भी कही जा रही है।
छठ में प्रयोग होने वाली सामग्री की खरीद भी अभी से ही की जा रही है।
छठ महापर्व का चार दिवसीय कार्यक्रम
08 नवंबर : नहाय-खाय से छठ पूजा शुरू।
09 नवंबर : खरना।
10 नंवबर : डूबते सूर्य को अर्घ्य ।
11 नवंबर : उगते सूर्य को अर्घ्य ।
छठ में प्रयोग होने वाली आवश्यक सामग्री-
1. व्रत रखने वाली महिलाओं को साड़ी, सूट और पुरुषों को कुर्ता-पजामा पहनना चाहिए।
2. पीतल या बांस का बना सूप।
3. बांस की टोकरियां। छठ पूजा का प्रसाद रखने के लिए।
4. एक ग्लास, लोटा और थाली।
5. पांच गन्ने जिसमें पत्ते लगे होना चाहिए।
6. हल्दी, मूली और अदरक।
7. पानी वाला नारियल।
8. शरीफा, केला, नाशपाती और नींबू।
9. दीया, चावल, धूपबत्ती और सिंदूर।
10. पान और सुपारी
11. शकरकंद, शहद, गुड़ और मिठाई।
12. चंदन, अगरबत्ती, धूप, कुमकुम और कपूर।
13. गेहूं और चावल का आटा।