गर्भवती महिला पुलिसकर्मी के सर से निकाली गई बुलेट ,6 घंटे तक चला ऑपरेशन
झारखंड मांडर की रहने वाली गर्भवती महिला पुलिसकर्मी को किसी अज्ञात व्यक्ति ने घर के बाहर ही सर में गोली मार दी थी यह घटना 10 फरवरी की है मरीज की स्थिति काफी गंभीर थी तत्पश्चात उसे रिम्स हॉस्पिटल लाया गया।
जनरल सर्जरी विभाग में उसे एडमिट कर प्राथमिक उपचार की गई फिर उसे रिम्स के न्यूरोसर्जरी विभाग में डॉक्टर प्रोफेसर अनिल कुमार के अंदर भर्ती किया गया तथा अगले दिन तकरीबन 5 से 6 घंटे के सर्जरी के बाद उसके सर के अंदर से बुलेट निकाली गई।
ज्ञात हो कि बुलेट सर के हड्डी को डैमेज कर ब्रेन के अंदर चली गई थी तथा ब्रेन का एक हिस्सा भी डैमेज हो चुका था ऐसी स्थिति में यह एक चुनौती भरा ऑपरेशन था,ऐसे ऑपरेशन में गर्भ में पल रहे बच्चे तथा मां दोनों को खतरा होता है।
डॉक्टर प्रोफेसर अनिल कुमार के नेतृत्व में डॉ विराट हर्ष डॉ सौरव बेसरा डॉ दीपक डॉ अशोक डॉक्टर विकास कुमार डॉक्टर हबीब तथा डॉ कार्तिक डॉ दीक्षा ने इस ऑपरेशन को सफल बनाया, ऑपरेशन के ऑपरेशन के बाद महिला और गर्भ में पल रहा बच्चा दोनों बिल्कुल स्वस्थ है उन्हें आज डिस्चार्ज कर दिया गया है ।